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मीरा कुमार

मीरा कुमार
भारतीय राजनीतिज्ञा

श्रीमति मीरा कुमार भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रमुख नेताओं में से हैं। वे पंद्रहवीं लोकसभा में बिहार के सासाराम लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं। वह लोकसभा की पहली महिला स्पीकर के रूप में 3 जून 2009 को निर्विरोध चुनी गयी।. इन्होंने 2017 के राष्ट्रपति चुनाव में यू पी ए की उम्मीदवार के रूप में रामनाथ कोविंद के खिलाफ चुनाव  लड़ा और 34% मतो से हार गई।
मीरा कुमार

संसद अध्यक्षों के तीसरे विश्व सम्मेलन में मीरा कुमार
लोकसभा अध्यक्ष
पद बहाल
4 जून 2009 – 16 मई 2014
पूर्वा धिकारी
सोमनाथ चटर्जी
उत्तरा धिकारी
सुमित्रा महाजन
सासाराम, बिहार से लोक सभा सदस्य
पद बहाल
2004–2014
जन्म
31 मार्च 1945 (आयु 73)
सासाराम, बंगाल प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश भारत
(वर्तमान बिहार, भारत)
राजनीतिक दल
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
जीवन संगी
मंजुल कुमार
बच्चे
1 पुत्र और 2 पुत्रियाँ
निवास
नई दिल्ली, भारत
शैक्षिक सम्बद्धता
दिल्ली विश्वविद्यालय
धर्म
हिन्दू
As of 3 जून, 2009
Source:
जीवन परिचय
मीरा कुमार का जन्म 31 मार्च, 1945 को बाबू जगजीवन राम और इन्द्राणी देवी के यहाँ सासाराम बिहार में हुआ था मीरा कुमार की प्रारंभिक शिक्षा दिल्ली के महारानी गायत्री देवी स्कूल में हुई। मीरा कुमार ने दिल्ली के इन्द्रप्रस्थ और मिरांडा हाउस कॉलेजों से एम ए और एल एल बी तक शिक्षा ग्रहण की। वर्ष 1973 में वह भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) के लिए चुनी गईं। कुछ वर्षो तक स्पेन, ब्रिटेन और मॉरीशस में उच्चायुक्त रहीं लेकिन उन्हें अफसरशाही रास नहीं आई और उन्होंने राजनीति में कदम बढ़ाने का फैसला किया। मीरा कुमार अंग्रेजी, स्‍‍पेनिश, हिंदी, संस्कृत, भोजपुरी भाषाओ में निपुण है। मीरा कुमार वर्ष 1968 में बिहार की पहली महिला कैबिनेट मंत्री सुमित्रा देवी के बड़े पुत्र मंजुल कुमार से परिणय सूत्र में बंधी।मीरा कुमार के एक पुत्र (अंशुल) एवं दो पुत्रियाँ (स्‍‍वाति और देवांगना) हैं।
राजनितिक जीवन:

राजनीति में उनका प्रवेश अस्सी के दशक में हुआ था। १९८५ में वे पहली बार बिजनौर से संसद में चुन कर आई। उस समय के दो दलित नेता रामविलास पासवान औऱ मायावती भी उनके प्रचार अभियान का हिस्सा रहें। १९९०में वे कांग्रेस पार्टी की कार्यकारिणी समिति की सदस्य और अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की महासचिव भी चुनी गई। १९९६ में वे दूसरी बार सांसद बनीं और तीसरी पारी उन्होंने १९९८ में शुरु की, २००४ में बिहार के सासाराम से लोक सभा सीट जीती। २००४ में यूनाईटेड प्रोग्रेसिव अलायन्स सरकार में उन्हें सामाजिक न्याय मंत्रालय में मंत्री बनाया गया। इस बार वे पाँचवीं बार संसद के लिए चुनी गई हैं। मीरा कुमार भारत की पहली महिला लोकसभा स्पीकर हैं। जीएमएसी बालयोगी के बाद वे दूसरी दलित नेता है जो इस पद तक पहुंचे।
प्रिय पुस्तक अभिज्ञान शांकुतलम:

जब मैं स्कूल की छात्रा थी, तब कई बार दर्शक दीर्घा से मैंने लोकसभा की कार्यवाही को देखा। उस समय स्वतंत्रता संग्राम के पुरोधा इस सदन में बैठकर देश के लोगों के हित में फैसले लेते थे। खासकर दलितों, वंचितों और कमजोर तथा हाशिए पर खड़े लोगों के लिए वह बड़ी मशक्कत करते थे।मीरा कुमार कहती है कि मैं हमेशा कुछ न कुछ पढ़ती रहती हूं और मेरी प्रिय पुस्तक महाकवि कालिदास की अभिज्ञान शांकुतलम् है।
कला और साहित्य से  विशेष लगाव:

भारतीय इतिहास में विशेष रुचि रखने वाली मीरा कुमार को कला और साहित्य से भी विशेष लगाव है।उन्हें देश-विदेश की ऐतिहासिक इमारतों का भ्रमण करने का भी शौक है। विदेश सेवा में कार्यरत होने के कारण बड़े पैमाने पर उन्होंने विदेश यात्राएं की हैं। हस्तशिल्प प्रेमी होने के अलावा मीरा कुमार एक अच्छी कवियित्री भी हैं। वह अपना खाली समय किताबें पढ़ने और शास्त्रीय संगीत सुनने में व्यतीत करती हैं। उनकी लिखी कई कविताएं प्रकाशित भी हुई हैं।
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Meira Kumar

Meira Kumar is an Indian politician and five-time Member of Parliament who was the United Progressive Alliance nominee for President of India in the 2017 election.[1] She was elected unopposed as the first woman Speaker of Lok Sabha and served from 2009 to 2014.[2][3] Prior to being a member of the 15th Lok Sabha, she had been elected earlier to the 8th, 11th, 12th and 14th Lok Sabha. She served as a Cabinet Minister in the Ministry of Social Justice and Empowerment of Manmohan Singh's Congress led Government (2004–2009).
Meira Kumar

15th Speaker of the Lok Sabha
First Woman Speaker of the Lok Sabha
In office
4 June 2009 – 18 May 2014
Deputy
Kariya Munda
Preceded by
Somnath Chatterjee
Succeeded by
Sumitra Mahajan
Minister of Water Resources
In office
22 May 2009 – 25 May 2009
Prime Minister
Manmohan Singh
Preceded by
Saifuddin Soz
Succeeded by
Pawan Kumar Bansal
Minister of Social Justice and Empowerment
In office
22 May 2004 – 22 May 2009
Prime Minister
Manmohan Singh
Preceded by
Satyanarayan Jatiya
Succeeded by
Selja Kumari
Member of the Lok Sabha
for Sasaram
In office
2004–2014
Preceded by
Muni Lall
Succeeded by
Chhedi Paswan
Member of the Lok Sabha
for Karol Bagh
In office
1996–1999
Preceded by
Kalka Dass
Succeeded by
Anita Arya
Member of the Lok Sabha
for Bijnor
In office
1985–1989
Preceded by
Chowdhary Girdhari Lal
Succeeded by
Mayawati
Personal details
Born
31 March 1945 (age 73)
Patna, Bihar, British India
Political party
Indian National Congress
Other political
affiliations
United Progressive Alliance
Spouse(s)
Manjul Kumar
Children
Anshul Kumar
Devangana Kumar
Swati Kumar
Alma mater
University of Delhi

Kumar was the joint presidential candidate by the leading opposition parties for 2017 presidential election and lost the election to the NDA nominee Ram Nath Kovind, but made a record for obtaining the most number of votes ever by a losing candidate (3,67,314 Electoral votes). She is also a lawyer and a former diplomat.
Early life:

Meira Kumar was born in Arrah district, Bihar to the former Deputy Prime Minister and prominent Dalit leader, Jagjivan Ram, and a freedom fighter, Indrani Devi.

She attended the Welham Girls School, Dehradun and Maharani Gayatri Devi Girls' Public School in Jaipur. She studied at Banasthali Vidyapith for a short duration. She completed her M.A and L.L.B. at Indraprastha College and Miranda House, Delhi University. She also received an honorary doctorate from Banasthali Vidyapith in 2010.[6][7]
Career:
Foreign Service:

Meira Kumar joined the Indian Foreign Service[8] in 1973 and served at embassies in Spain, United Kingdom and Mauritius. Kumar quit IFS to enter electoral politics in 1985 and was elected from Bijnor in Uttar Pradesh, defeating political heavyweights such as Ram Vilas Paswan and Mayawati, two powerful Dalit leaders.
Political career:

Meira Kumar entered electoral politics in 1985 and was elected, on INC ticket from Bijnor in Uttar Pradesh, defeating political heavyweights like Ram Vilas Paswan and Mayawati, two powerful Dalit leaders of Indian politics. She was a member of the 8th Lok Sabha from Bijnor, 11th and 12th Lok Sabhas from Karol Bagh in Delhi. She lost her seat in the BJP wave of 1996, but was able to get re-elected with a significant majority from her father's former constituency of Sasaram in Bihar in 2004 and 2009.[original research?].In the 2014 general election, Kumar contested and lost to Chhedi Paswan from Sasaram by a margin of 63,191 votes.

She served in the Congress-led UPA Government as the Minister of Social Justice and Empowerment from 2004 to 2009. In 2009, she was briefly inducted as member of the cabinet as Union Minister for Water Resources. Upon being nominated for the position of Speaker of Lok Sabha, she submitted her resignation three days after assuming ministerial office. She was elected as the first ever woman speaker of Lok Sabha. She served as the Speaker from 2009 to 2014.
2017 Presidential Election:

Meira Kumar was the UPA presidential nominee for the 2017 election, which she lost to the NDA nominee Ram Nath Kovind. Kovind got 2,930 votes (MPs and MLAs) amounting to Electoral College votes of 7,02,044 (65.65%) as compared to 1,844 votes amounting to 3,67,314 (34.35%) received by Meira Kumar. Kovind became the first ever BJP candidate to become President. Despite losing by a margin of more than 3.30 Lakh votes, she polled the highest ever votes by a losing candidate, a total of 3.67 lakh votes out of 10.69 lakh valid votes polled.

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